पशुपालन की सरकारी योजनाएँ
पशुपालन की सरकारी योजनाएँ

पशुपालन की सरकारी योजनाएँ

भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहाँ पशुपालन (Animal Husbandry) किसानों की आय बढ़ाने का एक प्रमुख साधन है। सरकार समय-समय पर किसानों और पशुपालकों को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न योजनाएँ और सब्सिडी (Schemes and Subsidies) प्रदान करती है। इन योजनाओं का उद्देश्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना, रोजगार सृजन करना और दूध, अंडे, मांस आदि जैसे पशु उत्पादों का उत्पादन बढ़ाना है। पशुपालन की सरकारी योजनाएँ, For More Sarkari Yojna Update  Click Here, For Whatsapp Group Join Now

इस लेख में हम आपको पशुपालन से जुड़ी प्रमुख सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी देंगे, जिनका लाभ उठाकर आप अपनी आय को कई गुना बढ़ा सकते हैं।


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1. पशुपालन का महत्व

  • आय का अतिरिक्त स्रोत: खेती के साथ-साथ पशुपालन से अतिरिक्त कमाई संभव है।
  • पोषण सुरक्षा: दूध, अंडे और मांस के रूप में प्रोटीन की आपूर्ति सुनिश्चित होती है।
  • ग्रामीण विकास: पशुपालन से रोजगार के अवसर बढ़ते हैं और ग्रामीण क्षेत्र में आर्थिक स्थिरता आती है।
  • जैविक खेती में सहयोग: गोबर और गोमूत्र जैसे उत्पाद खाद एवं कीटनाशक के रूप में उपयोग होते हैं।

2. पशुपालन के लिए सरकार की पहल

भारत सरकार और राज्य सरकारें पशुपालकों के लिए विभिन्न योजनाएँ चलाती हैं। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य:

  • आर्थिक सहायता उपलब्ध कराना
  • प्रशिक्षण और तकनीकी सहयोग देना
  • पशुओं के स्वास्थ्य और नस्ल सुधार में मदद करना
  • डेयरी उद्योग को बढ़ावा देना

3. राष्ट्रीय गोकुल मिशन (National Gokul Mission)

  • उद्देश्य: देसी गायों और भैंसों की बेहतर नस्ल विकसित करना।
  • सुविधा: नस्ल सुधार केंद्र, कृत्रिम गर्भाधान, और उच्च उत्पादक नस्ल का संरक्षण।
  • लाभार्थी: किसान, डेयरी उद्यमी और पशुपालक।

4. डेयरी एंटरप्रेन्योर डेवलपमेंट स्कीम (DEDS)

  • उद्देश्य: डेयरी उद्योग में उद्यमिता को बढ़ावा देना।
  • सहायता: दूध उत्पादन, दुग्ध उत्पादों के प्रसंस्करण और विपणन के लिए अनुदान।
  • सब्सिडी दर: SC/ST और महिला लाभार्थियों के लिए उच्च सब्सिडी (35% तक)।

5. राष्ट्रीय पशुधन मिशन (National Livestock Mission – NLM)

  • उद्देश्य: भेड़, बकरी, मुर्गी पालन, सूअर पालन आदि को प्रोत्साहित करना।
  • सहायता: चारा विकास, प्रशिक्षण कार्यक्रम और नस्ल सुधार।
  • लाभार्थी: छोटे और सीमांत किसान विशेष रूप से लाभान्वित होते हैं।

6. पशुधन बीमा योजना (Livestock Insurance Scheme)

  • उद्देश्य: पशुओं के मरने या बीमारी से होने वाले नुकसान से सुरक्षा।
  • लाभ: बीमा प्रीमियम पर सब्सिडी (50% तक)।
  • किसके लिए: गाय, भैंस, बकरी, भेड़ जैसे दुधारू और अन्य पशुओं के लिए।

7. डेयरी प्रोसेसिंग एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फंड (DIDF)

  • उद्देश्य: डेयरी उद्योग में आधुनिक तकनीक और उपकरणों का प्रयोग बढ़ाना।
  • लाभ: डेयरी प्लांट्स, ठंडा रखने की सुविधा (chilling plant) और लॉजिस्टिक्स विकास के लिए वित्तीय सहयोग।

8. ग्रामीण पशुपालन प्रशिक्षण कार्यक्रम

  • उद्देश्य: किसानों और पशुपालकों को आधुनिक पशुपालन तकनीक सिखाना।
  • लाभ: रोग नियंत्रण, पोषण प्रबंधन और बेहतर उत्पादकता।
  • कहाँ: कृषि विश्वविद्यालय, पशुपालन विभाग और सरकारी संस्थानों के माध्यम से।

9. प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY)

हालांकि यह मुख्य रूप से मत्स्य पालन के लिए है, लेकिन यह योजना पशुपालन से जुड़े ग्रामीण उद्यमों को भी वित्तीय मदद देती है।


10. राज्य सरकारों की विशेष योजनाएँ

कई राज्य सरकारें अपने स्तर पर भी विशेष योजनाएँ चलाती हैं जैसे:

  • मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना (MP, Bihar, UP में)
  • किसान पशुपालन ऋण योजना
  • गौ संवर्धन और संरक्षण योजना

11. पशुपालन ऋण और सब्सिडी प्राप्त करने की प्रक्रिया

  1. योजना का चयन करें: अपनी जरूरत और क्षेत्र के हिसाब से योजना चुनें।
  2. दस्तावेज तैयार करें: पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र, पशु का विवरण, बैंक खाता।
  3. ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करें: संबंधित पोर्टल या पशुपालन विभाग से।
  4. बैंक से ऋण और सब्सिडी प्राप्त करें: परियोजना स्वीकृति के बाद वित्तीय सहयोग मिलेगा।

12. पशुपालन में सफलता के लिए महत्वपूर्ण सुझाव

  • पशुओं का नियमित टीकाकरण कराएँ।
  • संतुलित और पौष्टिक आहार दें।
  • साफ-सफाई का ध्यान रखें।
  • सरकारी प्रशिक्षण कार्यक्रमों में हिस्सा लें।
  • आधुनिक तकनीक अपनाएँ जैसे Fodder Management, Milking Machines।

निष्कर्ष

पशुपालन सिर्फ पारंपरिक पेशा नहीं, बल्कि एक लाभकारी व्यवसाय है। भारत सरकार और राज्य सरकारों द्वारा चलाई जा रही विभिन्न पशुपालन योजनाओं का लाभ उठाकर किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती दे सकते हैं। यदि आप सही जानकारी और तकनीक के साथ इन योजनाओं का उपयोग करते हैं, तो पशुपालन आपके लिए एक स्थायी और लाभकारी उद्यम बन सकता है।


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