“The Bihar government has taken an important step to promote startups in the state. Under the ‘Bihar Startup Policy,’ the state government is now providing interest-free loans of up to ₹10 lakh. This initiative not only provides financial support but also serves as a milestone in promoting innovation, job creation, and social development.”For More Career Advice Click Here, For Whatsapp Group Join Now
बिहार स्टार्टअप पॉलिसी: एक नजर में
बिहार स्टार्टअप पॉलिसी 2022 को राज्य सरकार ने उद्यमिता को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन के उद्देश्य से लागू किया है। इस पॉलिसी के तहत, स्टार्टअप्स को निम्नलिखित प्रमुख लाभ मिलते हैं:
- ₹10 लाख तक का ब्याज-मुक्त लोन: स्टार्टअप्स को 10 वर्षों की अवधि के लिए यह लोन प्रदान किया जाता है। (Startup India)
- महिलाओं के लिए अतिरिक्त 5% प्रोत्साहन: महिला उद्यमियों को अतिरिक्त प्रोत्साहन प्रदान किया जाता है। (The Times of India)
- SC/ST और दिव्यांगों के लिए 15% अतिरिक्त प्रोत्साहन: इन समुदायों के उद्यमियों को अतिरिक्त प्रोत्साहन प्रदान किया जाता है। (HEBE Consulting)
- ₹3 लाख तक की ग्रांट: उद्यमियों को उत्पाद सुधार और प्रशिक्षण के लिए यह ग्रांट प्रदान की जाती है। (The Times of India)

पात्रता मानदंड
इस पॉलिसी के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए स्टार्टअप्स को निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करना आवश्यक है:
- पंजीकरण: स्टार्टअप को बिहार में पंजीकृत होना चाहिए।
- आयु: स्टार्टअप की आयु 10 वर्ष से कम होनी चाहिए।
- टर्नओवर: वार्षिक टर्नओवर ₹25 करोड़ से कम होना चाहिए।
- नवाचार: स्टार्टअप का उत्पाद या सेवा नवीन और अद्वितीय होनी चाहिए।
- स्थान: मुख्यालय बिहार में स्थित होना चाहिए।

आवेदन प्रक्रिया
Bihar Startup Policy के तहत आवेदन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- पंजीकरण: Startup Bihar Portal पर जाएं और पंजीकरण करें।(Startup Bihar)
- आवेदन पत्र भरें: आवश्यक विवरण और दस्तावेज़ों के साथ आवेदन पत्र भरें।
- दस्तावेज़ अपलोड करें: पैन कार्ड, आधार कार्ड, पंजीकरण प्रमाणपत्र, और अन्य आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें।
- समीक्षा और अनुमोदन: आवेदन की समीक्षा के बाद, योग्य स्टार्टअप्स को लोन और अन्य लाभ प्रदान किए जाएंगे।

पॉलिसी के लाभ
लाभ | विवरण |
---|---|
ब्याज-मुक्त लोन | ₹10 लाख तक, 10 वर्षों की अवधि के लिए। |
महिला उद्यमियों के लिए प्रोत्साहन | अतिरिक्त 5% प्रोत्साहन। |
SC/ST और दिव्यांगों के लिए प्रोत्साहन | अतिरिक्त 15% प्रोत्साहन। |
ग्रांट | ₹3 लाख तक, उत्पाद सुधार और प्रशिक्षण के लिए। |
पंजीकरण शुल्क में छूट | राज्य सरकार द्वारा पंजीकरण शुल्क में छूट प्रदान की जाती है। |
इन्क्यूबेशन और को-वर्किंग स्पेस | स्टार्टअप्स को इन्क्यूबेशन और को-वर्किंग स्पेस की सुविधा उपलब्ध। |
मार्केटिंग और ब्रांडिंग सहायता | 50% तक की छूट प्रदान की जाती है। |
विशेष पहल
- महिला उद्यमिता को बढ़ावा: महिला उद्यमियों को अतिरिक्त प्रोत्साहन और सहायता प्रदान की जाती है।
- SC/ST और दिव्यांगों के लिए विशेष प्रोत्साहन: इन समुदायों के उद्यमियों को अतिरिक्त प्रोत्साहन और सहायता प्रदान की जाती है।
- Bihar Idea Festival: राज्य सरकार ने जुलाई 2025 में ‘Bihar Idea Festival’ लॉन्च किया, जिसमें 10,000 से अधिक स्टार्टअप विचारों को एकत्रित किया गया। (The Times of India)
सफलता की कहानियाँ
- RPCAU का स्टार्टअप सेल: राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय (RPCAU), पूसा का स्टार्टअप सेल बिहार में 46 संस्थाओं में से शीर्ष स्थान पर रहा है। (The Times of India)
- Buxar इंजीनियरिंग कॉलेज: Buxar इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित Bihar Idea Festival में छात्रों ने नवाचार और उद्यमिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। (The Times of India)
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निष्कर्ष
Bihar Startup Policy राज्य में उद्यमिता को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पॉलिसी न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करती है, बल्कि नवाचार, सामाजिक समावेशन और सतत विकास की दिशा में भी एक मील का पत्थर साबित हो रही है। यदि आप एक उद्यमी हैं और बिहार में अपने स्टार्टअप को स्थापित करना चाहते हैं, तो यह पॉलिसी आपके लिए एक सुनहरा अवसर प्रस्तुत करती है।